कवयित्री शशि की नई कविता – कंप्यूटर

कवयित्री :  शशि

_____

”  कंप्यूटर  ”

____

एक दिन हमारे परम मित्र बोले

कंप्यूटर का बटन दबाओ

जो चाहो सो पाओ

आव देखा न ताव

कंप्यूटर का बटन दबाया

हम बोले महात्मा गांधी के बारे में कुछ बताओ,

कंप्यूटर बोला,

वे बड़े ही खूंखार थे,

उनके पास चीनी हथियार थे,

नाश्ते में सिर्फ़ अंडे खाते थे,

आधा मुर्गा कच्चा चबाते थे,

हमने कहा शर्म नहीं आती,

राष्ट्रपिता के नाम पर कलंक लगाते हुए,

कंप्यूटर बोला प्यारे,

तुम्हें शर्म नहीं आती,

महात्मा गांधी की जगह

चंगेज खां का बटन दबाते।

सौजन्य से :

अरुण शक्ति

मैनेजिंग डायरेक्टर

एमको म्यूजिक प्राइवेट लिमिटेड

      

कवयित्री  शशि की नई कविता  – कंप्यूटर

Recent Posts

Recent Comments

    Archives

    Categories

    Meta